१. समय से सोए, समय से जगे, यदि आप वर्किंग प्रोफेशनल है तो 8 घंटे जरूर से अच्छी साउंड स्लीप ले ।।
२. मेडिटेशन जरूर करे, यदि आपको नींद नहीं आती है, स्लीपिंग डिस्टर्बेंस है तो जब आप बेड पर जाय, उससे पहले अच्छी तरह से हाथ मुंह धोए, पैरों को धोएं ।।
३. 5 मिनट भगवान का ध्यान करे, साथ ही कल की प्लानिंग जरूर करे, इससे आप कल को लेकर के फोकस्ड रहेंगे ।।
४ जब आप बेड पर सोने जाय, मेडिटेशन संगीत (music) जरूर लगाएं ,धीमी आवाज में इससे आप पाएंगे अलग ही दुनिया में धीरे धीरे आप जाएंगे साथ जल्दी और अच्छी नींद आएगी।।
५.सुबह या शाम जब भी आपको टाइम मिले आप २० मिनट थोड़ा वॉक जरूर करे।।
६.अपनी दैनिक क्रिया को अपनी डायरी में लिखने का प्रयास करे, यदि संभव हो तो डेली नहीं तो साप्ताहिक जरूर।।
७.कुछ दिन के लिए जहां आप रह रहे है, उस जगह से एक वीक का छुट्टी ले साथ ही किसी अच्छे जगह जाएं , जहां भी आपको पसंद हो ,घूम के आए, हो सकता है आपको पहाड़ , झड़ना , प्रकृति, समुन्द्र पसंद हो, जहां भी जाना पसंद थोड़ा टाइम अपने को दे, अपनों को दे , परिवार के साथ घूमने निकले।।
८. यदि आप किसी अवसाद से ग्रसित है तो मनोरोग चिकित्सक से जरूर मिले , और सिर्फ उन्हें फॉलो करे, इसका एक फायदा होगा क्यों की जो दवाइयां वो देंगे , वो केमिकल हमारे शरीर में मस्तिष्क में घुलेगा और धीरे धीरे हम अच्छा महसूस करेंगे कभी कभी ऐसा होता है जब हमारे मस्तिष्क में शरीर में किसी केमिकल का कम होना पाया जाता है या कम रिलीज होता है, उस वक़्त हमें मेडिकल साइंस के ऊपर भरोसा जरूर करना चाहिए साथ ही जो मैंने टिप्स दिए उसे भी फॉलो करें।
९ अपने परिवार वालों के संपर्क में जरूर रहे , बात करे, लोग कहते है आंसुओ में वजन काफी होता है, मन करे तो रोए, मन करे तो हंसे इससे आपके मन के अंदर के विकार बाहर आएंगे और आप अच्छा महसूस करेंगे।।
१०. मुस्कुराना सीखे , धीरे धीरे आपको इसकी आदत पड़ जाएगी, जो चीज़े आपकी जरूरत की ना हो उसे इग्नोर करे ।।
११. अपनी एक क्रमबद्ध तरीके से रूटीन बनाए, सुबह से शाम तक की और उसे अनुशासित ढंग से फॉलो करे, इससे आप का ध्यान भटकेगा नहीं।।
१२. सोशल मीडिया से कुछ समय के लिए दूर हो जाय और अपने आप को घूमने में, कुछ करने में व्यस्त रखे।।
१३. और अंत में अपने पर और जो आपके अपने है, उन पर विश्वास जरूर करे, इससे आप कॉन्फिडेंट रहेंगे ।।